इचलकरंजी.
२० सितम्बर. तेरापंथ युवक परिषद् इचलकरंजी की ओर से साध्वीश्री मधुस्मिताजी के
सान्निध्य में किशोर-कन्या शिविर का आयोजन किया गया. कुल ४० संभागी इस शिविर में
सम्मिलित हुए.
उपस्थित संभागियों को पावन पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री मधुस्मिताजी ने कहा-व्यक्ति के कार्यकलाप, उसके व्यवहार एवं शारीरिक सौंदर्य की युति का नाम व्यक्तित्व है. व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है- तीव्र एवं गहरी इच्छा शक्ति, लक्ष्य निर्धारण, सकारात्मक दृष्टिकोण, एकाग्रता, विनम्रता एवं समयबद्धता.
मुख्य वक्ता श्री राजेश सुराणा ने "सकारत्मक चिंतन एवं मस्तिष्कीय शक्ति" पर सारगर्भित मार्गदर्शन प्रदान किया. इससे पूर्व किशोर-कन्याओं द्वारा “जय-जय शासनम्” गीतिका के साथ मंगलाचरण किया गया.
तेयुप अध्यक्ष संजय वैदमेह्ता ने अध्यक्षीय वकतव्य करते हुए कहा कि- किशोर अवस्था विकास की अवस्था है. शारीरिक-बौद्धिक विकास के साथ साथ मानसिक एवं भावनात्मक विकास भी आवश्यक है. अभातेयुप संगठन ने भावी पीढ़ी में संस्कारों का निर्माण हो उस उद्देश्य से अनेको क्रम संचालित किए है. सभा अध्यक्ष श्री जेसराज छाजेड ने किशोरों को संस्कारों एवं संस्कृति को अपनाते हुए युग अनुसार आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.
संभागियों हेतु रोचक प्रतियोगिताएं एवं समूह चर्चा सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का कुशल संचालन किशोर मंडल प्रभारी श्री मुदित बालड ने किया. मंत्री विकास सुराणा ने आभार ज्ञापन किया.
उपस्थित संभागियों को पावन पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री मधुस्मिताजी ने कहा-व्यक्ति के कार्यकलाप, उसके व्यवहार एवं शारीरिक सौंदर्य की युति का नाम व्यक्तित्व है. व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है- तीव्र एवं गहरी इच्छा शक्ति, लक्ष्य निर्धारण, सकारात्मक दृष्टिकोण, एकाग्रता, विनम्रता एवं समयबद्धता.
मुख्य वक्ता श्री राजेश सुराणा ने "सकारत्मक चिंतन एवं मस्तिष्कीय शक्ति" पर सारगर्भित मार्गदर्शन प्रदान किया. इससे पूर्व किशोर-कन्याओं द्वारा “जय-जय शासनम्” गीतिका के साथ मंगलाचरण किया गया.
तेयुप अध्यक्ष संजय वैदमेह्ता ने अध्यक्षीय वकतव्य करते हुए कहा कि- किशोर अवस्था विकास की अवस्था है. शारीरिक-बौद्धिक विकास के साथ साथ मानसिक एवं भावनात्मक विकास भी आवश्यक है. अभातेयुप संगठन ने भावी पीढ़ी में संस्कारों का निर्माण हो उस उद्देश्य से अनेको क्रम संचालित किए है. सभा अध्यक्ष श्री जेसराज छाजेड ने किशोरों को संस्कारों एवं संस्कृति को अपनाते हुए युग अनुसार आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.
संभागियों हेतु रोचक प्रतियोगिताएं एवं समूह चर्चा सत्र का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का कुशल संचालन किशोर मंडल प्रभारी श्री मुदित बालड ने किया. मंत्री विकास सुराणा ने आभार ज्ञापन किया.
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