इचलकरंजी. २१ सितम्बर. स्थानीय
तेरापंथ भवन में साध्वीश्री मधुस्मिताजी के पावन सान्निध्य में "मासक्षमण तप अभिनंदन
समारोह" आयोजित किया गया. तपस्विनी सौ. मंजुदेवी लोढा के मासक्षमण तप की अनुमोदना में
उपस्थित धर्मसभा को पावन पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री मधुस्मिताजी ने फरमाया-
तप के लिए तन का बल ही नहीं अपितु संकल्प बल जरूरी होता है. संकल्प बल के सहारे इंसान जो सोचता है और जिसमें
यकीन करता है, उसे हांसिल भी कर
सकता है. उन्होंने तपस्या की श्रृंखला ऐसे ही कार्तिक शु. पूर्णिमा तक सतत रखने की प्रेरणा दी.
साध्वीश्री स्वस्थप्रभाजी ने साध्वीप्रमुखा श्री कनकप्रभाजी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन किया.
उन्होंने इस अवसर पर दीर्घ तपस्विनी साध्वीश्री पन्नाजी का भी पावन स्मरण किया.
इससे
पूर्व महिला मंडल के सामूहिक स्वर के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. सभा अध्यक्ष
श्री जेसराज छाजेड, तेयुप अध्यक्ष श्री संजय वैदमेहता, महिला मंडल अध्यक्षा सौ.
सुनीता गिडिया, प्राची लोढा आदि परिवार जनों ने वक्तव्य के माध्यम से तप अनुमोदना
की. सौ. शिल्पा बाफना, श्री मुकेश भंडारी, सौ. खुशबू भंसाली, तेयुप मंडल एवं लोढा
परिवार जनों ने गीतिका के माध्यम से तप अनुमोदना की.
साध्वीश्रीजी
की पावन प्रेरणा से सौ. मीन्दादेवी भंसाली ने भी मासखमण की तपस्या की है एवं अनेको
अठ्ठाई एवं उससे ऊपर की अनेकों तपस्या हो चुकी है. स्थानीय सभा द्वारा मासक्षमण
करने वाली सौ. मंजुदेवी का अभिनंदन पत्र एवं साहित्य भेंट कर सन्मान किया गया.
कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री श्री पुष्पराज संकलेचा ने किया.
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