त्यागी का अभिनंदन करें त्याग से : शासनश्री साध्वी विद्यावतीजी
परमपूज्य
 आचार्य श्री महाश्रमणजी द्वारा साध्वीश्री विद्यावतीजी 'द्वितीय' को 
"शासनश्री" संबोधन प्रदान होने पर इचलकरंजी में अभिनंदन समारोह का हुआ 
आयोजन 
इचलकरंजी, 21 
फरवरी। तेरापंथ धर्मसंघ के 152 वें मर्यादा महोत्सव के पुनीत अवसर पर 
परमपूज्य आचार्य श्री महाश्रमणजी द्वारा साध्वीश्री विद्यावतीजी 'द्वितीय' 
को "शासनश्री" संबोधन प्रदान किया गया। इसी उपलक्ष में आज तेरापंथ सभा 
इचलकरंजी द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया 
गया। 
इस अवसर पर 
उपस्थित श्रावक समाज को प्रेरणा देते हुए साध्वीश्री विद्यावतीजी 'द्वितीय'
 ने कहा कि - त्यागियों का अभिनंदन त्याग से हो तो जीवन मंगलमय बन सकता है 
एवं अभिनंदन करना सार्थक हो सकता है। उन्होंने परमपूज्य गुरुदेव के प्रति 
कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि मैं आत्मलक्षी बनकर आगे बढ़ सकूँ उस 
दृष्टि से गुरुदेव ने यह कृपा करवाई है। उन्होंने कथा के माध्यम से बताया 
कि संसार में सबसे बड़ा गुरु होता है। गुरु ही ब्रह्मा-विष्णु-महेश होते है।
 हम सौभाग्यशाली है कि हमे ओजस्वी तेरापंथ धर्मसंघ एवं यशस्वी गुरु मिले। 
साध्वीश्री 
प्रियवंदाजी, साध्वीश्री प्रेरणाश्रीजी, साध्वीश्री मृदुयाशाजी एवं  
साध्वीश्री रिद्धियशाजी ने  साध्वीश्रीजी के साथ संयम जीवन की विशेष 
स्मृतियों के माध्यम से साध्वीश्री विद्यावतीजी की संघ निष्ठा,  साधना, 
श्रावक समाज की सारणा-वारणा के लिए किए गए श्रम, मृदुता, सहजता, कला 
निपुणता आदि के बारे में बताया एवं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। साध्वी 
वृन्द ने समूह गीत संगान कर साध्वीश्रीजी की  अभिवंदना की। 
इससे पूर्व 
इचलकरंजी महिला मंडल  द्वारा मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। 
इचलकरंजी सभा अध्यक्ष श्री जेसराज छाजेड़ ने स्वागत वक्तव्य किया और 
साध्वीश्रीजी के प्रति अभिनंदन उद् गार व्यक्त किए। सोलापुर से समागत 
कल्याण मित्र डॉ. शांतिलाल सेठिया, तेयुप इचलकरंजी अध्यक्ष श्री संजय 
वैदमेहता, जयसिंगपुर सभा अध्यक्ष श्री विजयकुमार रूणवाल, श्री विनोद 
घोडावत, कोप्पल तेयुप अध्यक्ष श्री तेजराज बाफना, अभातेयुप सदस्य श्री 
दिनेश छाजेड, महिला मंडल इचल.अध्यक्षा सौ. सुनीता गिड़िया आदि ने भी वक्तव्य
 के माध्यम से साध्वीश्रीजी की अभिवंदना की । 
इस अवसर पर 
इचलकरंजी, जयसिंगपूर, सोलापुर, कोप्पल आदि क्षेत्रों से श्रावक-श्राविका 
उपस्थित थे। तेरापंथ सभा इचलकरंजी द्वारा सभी अतिथियों का साहित्य भेंट कर 
सम्मान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा के मंत्री श्री पुष्पराज 
संकलेचा ने किया। 
ज्ञातव्य है कि साध्वीश्री विद्यावतीजी आदि ठाणा 5 का सन 2016 का चातुर्मास कर्नाटक के कोप्पल में होना है। 
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