Skip to main content

Terapanth Ichalkaranji Bulletin


तेयुप इचलकरंजी द्वारा 'रक्तदान शिविर' का आयोजन

दिनांक ८.११.२०१०. इचलकरंजी.
              तेरापंथ धर्मसंघ के नवम  अधिशास्ता आचार्य श्री तुलसी की ९७ वीं जन्मजयन्ती के अवसर पर प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी तेरापंथ युवक परिषद् इचलकरंजी द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में 'रक्तदान शिविर' का आयोजन किया गया. इस अवसर पर 'आचार्य श्री तुलसी ब्लड बैंक, जयसिंगपुर' की चिकिसकीय टीम ने अपनी सेवाए प्रदान की. तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा चिकित्सकीय टीम का साहित्य द्वारा सम्मान किया गया. इस रक्तदान शिविर में कुल ५८ बोतल रक्त एकत्रित किया गया. तेरापंथ सभा, युवक परिषद्, महिला मंडल, किशोर मंडल, कन्या मंडल के सदस्यों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया.

 
दीपावली स्नेह मिलन समारोह
दिनांक ८.११.२०१०. इचलकरंजी. 
              दीपावली एवं नववर्ष के शुभ अवसर पर तेरापंथ भवन में 'स्नेह मिलन समारोह'  का आयोजन किया गया. श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष  श्री सौभागमल  छाजेड, युवक परिषद् के अध्यक्ष श्री अशोक बाफना, महिला मंडल अध्यक्ष सौ अन्जुदेवी तलेसरा, कन्या मंडल संयोजिका सुश्री सपना भंसाली उपस्थित लोगो को दीपावली  के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाइयां  प्रेषित की एवं नववर्ष के लिए मंगल कामना की.  
                       इस अवसर पर तेयुप इचलकरंजी द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'निर्माण के स्वर' सभा अध्यक्ष श्री सौभागमल छाजेड को भेंट की गयी. सभा अध्यक्ष श्री सौभागमल छाजेड के हस्तो तेयुप इचलकरंजी को हाल ही में अभातेयुप के ४४वे अधिवेशन में सेवा के क्षेत्र में प्राप्त प्रथम पुरस्कार की ट्राफी एवं महिला मंडल इचलकरंजी को अखिल भारतीय महिला मंडल द्वारा प्रदत्त सर्वश्रेष्ठ लेख पुरस्कार की ट्राफी प्रदत्त की गयी. इस अवसर पर पश्चिम महाराष्ट्र ज्ञानशाला संयोजक के रूप में नियुक्ति के लिए श्री दिनेश छाजेड को एवं अमृत सांसद नियुक्त किये जाने पर श्री पवन बालड का साहित्य से सम्मान किया गया. केन्द्रीय पत्र पत्रिकाओ में प्रकाशित प्रतियोगिताओ में विजयी होने के लिए श्री संजय वैद मेहता एवं   सौ सुशीला सुराना को भी पुरुस्कृत  किया गया. तेयुप द्वारा आयोजित 'जैन विद्या कार्यशाला' के संभागियो  को  भी पुरुस्कृत किया गया.इस अवसर पर तेरापंथ सभा, युवक परिषद्, महिला मंडल, किशोर मंडल, कन्या मंडल के सदस्यों के साथ साथ बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी बंधू बहिन उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सभा के उपाध्यक्ष श्री पुष्पराज संकलेचा      ने किया.

आचार्य श्री तुलसी की ९७ वीं जन्मजयन्ती के अवसर पर 'अणुव्रत दिवस' का आयोजन

दिनांक ८.११.२०१०. इचलकरंजी. 
              तेरापंथ धर्मसंघ के नवम  अधिशास्ता आचार्य श्री तुलसी की ९७ वीं जन्मजयन्ती के अवसर पर तेरापंथ भवन में अणुव्रत दिवस का आयोजन किया गया. श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष  श्री सौभागमल  छाजेड की अध्यक्षता में आयोजित इस  कार्यक्रम की शुरुआत महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण के साथ की गयी. 
             उपासिका सौ देवी देवी भंसाली, श्री संजय वैदमेहता, सुश्री सपना भंसाली, श्री भंवर बालड आदि ने कविताओ और मुक्तको के माध्यम से, सौ नीतू छाजेड, सौ मंजुदेवी कांकरिया, सुश्री राजवी संकलेचा, सुश्री दिक्षी जैन  आदि ने गीतिका के माध्यम से एवं श्री जवाहरलाल भंसाली, सौ अन्जुदेवी तलेसरा आदि ने वक्तव्य के माध्यम से अपनी भावांजलि गुरुदेव तुलसी के प्रति अर्पित की.  इस अवसर पर गुरुदेव तुलसी के व्यक्तित्व, कर्तृत्व एवं मानव जाति को उनके दिए गए अवदानो को याद किया गया.  विलक्षण दूरदृष्टि के धनी आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत आन्दोलन, नया मोड़, समण  श्रेणी, उपासक श्रेणी, आगम संपादन, जैन विश्व भारती, पारमार्थिक शिक्षण संस्था, प्रेक्षाध्यान-जीवन विज्ञानं, जैन संस्कार विधि, जैन जीवन शैली आदि उपक्रमों के माध्यम से उन्होंने जैन धर्म को  एवं तेरापंथ धर्मसंघ को उन्होंने नयी पहचान प्रदान की.
          इस अवसर पर तेरापंथ सभा, युवक परिषद्, महिला मंडल, किशोर मंडल, कन्या मंडल के सदस्यों के साथ साथ बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी बंधू बहिन उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सभा के उपाध्यक्ष श्री पुष्पराज संकलेचा ने किया.

"निर्माण के स्वर" आध्यात्मिक गीतिका संग्रह पुस्तक का परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण के कर कमलों से विमोचन

दिनांक २४.१०.२०१०. सरदारशहर.  तेरापंथ युवक परिषद् इचलकरंजी द्वारा प्रकाशित "निर्माण के स्वर" आध्यात्मिक गीतिका संग्रह पुस्तक का परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण के कर कमलों से विमोचन किया गया. आचार्य श्री महाश्रमण ने फ़रमाया की तेयुप ने गीतिकाओ का एक अच्छा विस्तृत संकलन किया है एवं यह संकलन भजन गोष्टियो, धम्म जागरण एवं संघ गान आदि के लिए उपयोगी सिद्ध होगा. इस अवसर पर तेयुप इचलकरंजी के अध्यक्ष अशोक बाफना, निवर्तमान अध्यक्ष हितेश चोपडा, उपाध्यक्ष संजय वैद मेहता, मंत्री दिनेश छाजेड, सहमंत्री पंकज जोगड़ पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों  में उपस्थित थे. गीतिका पुस्तक की प्रति अभातेयुप के राष्ट्रिय अध्यक्ष गौतम डागा , महामंत्री रमेश सुतरिया, उपाध्यक्ष संजय खटेद, सहमंत्री निलेश बैद एवं राष्ट्रिय कार्य समिति सदस्यों को भेट की गयी. समग्र भारत से पधारी अभातेयुप की शाखाओ को भी एक एक प्रति भेट की गयी .



 
तेरापंथ युवक परिषद् इचलकरंजी "अभातेयुप संगठन-प्रथम" पुरुस्कार से पुरस्कृत
दिनांक २५.१०.२०१०. सरदारशहर.

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के ४४ वे राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतर्गत सत्र २००९-२०१० के दौरान सेवा संगठन एवं संस्कार में उल्लेखनीय कार्य करने वाली परिषदों का सम्मान समारोह सरदारशहर में आयोजित किया गया. इसके अंतर्गत तेयुप इचलकरंजी परिषद् द्वारा संगठन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए "संगठन में प्रथम पुरुस्कार से पुरस्कृत किया गया. अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गौतमचंद डागा के हाथो इचलकरंजी परिषद् की ओर से अशोक बाफना, हितेश चोपड़ा, संजय वैदमेहता, दिनेश छाजेड , पंकज जोगड़ ने यह पुरस्कार ग्रहण किया. इसके साथ ही युवादृष्टि में आयोजित प्रतियोगिताओ में विजयी होने पर संजय वैदमेहता एवं सुशीला सुराना को भी पुरस्कृत किया गया. जैन तत्त्व विद्या पर आधारित प्रतियोगिता में भी तेयुप सदस्यों द्वारा भाग लिया गया एवं सवालों के सही उत्तर देकर पुरस्कार प्राप्त किया गया.


Comments

Popular posts from this blog

Tatva Gyaan : 25 BOL (PACHCHEES BOL)

25 BOL What is 25 BOL ? 25 BOL is a compilation of 25 different listings from Jain Agams which are fundamental learning blocks to understand the Agamic literature in detail. They are the basic items dealing in the Jain concept of Universe. The study of Jain literature becomes easy with the understanding of these 25 listings. These are compiled by Jain Acharyas for easy understanding of fundamental items Click 'Play" and then "Full Screen button" on Player Window 1. GATI 4 NARAK GATI TIRYANCH GATI MANUSHYA GATI DEV GATI There are 4 Gati in the universe. The names are given for each Gati. Gati arises due to the Naam Karma . The Jiva (Soul) keeps on moving from one Gati to another with the passage of time. 2. JATI 5 EK ENDRIYA BE INDRIYA TE INDRIYA CHOUR ENDRIYA PANCH ENDRIYA There are totally five categories of life viz from one sensed to five sensed. All the ...

महान है श्रमणत्व तुम्हारा : अमृत महोत्सव पर गुरुदेव महाश्रमण जी को समर्पित

महान है श्रमणत्व तुम्हारा  संजय  वैदमेहता महान है श्रमणत्व तुम्हारा , जय-जय महाश्रमण  पावन कर देते भूमि को, जय-जय  ज्योति चरण जिनवाणी को जन-जन पहुचाने तुम चलते अविराम हर  शबरी की कुटिया पावन, करते "तेरापथ के राम" पुरुषोत्तम तुम कर रहे, मर्यादा-मूल्यों का जागरण महान है श्रमणत्व तुम्हारा , जय-जय महाश्रमण    अहिंसा यात्रा-अणुव्रत से, युगधारा में भर रहे प्राण  दृष्टि तुम्हारी है राष्ट्र का,  हो सर्वांगीण निर्माण  नयी पीढ़ी  को मिलता रहे संस्कारों का सिंचन महान है श्रमणत्व तुम्हारा , जय-जय महाश्रमण  छाई है खुशिया संघ में,  मना रहे अमृत जन्मोत्सव   तेरी अमृत-वर्षा गण में , खिलाती रहे नव-पल्लव  युगों-युगों तक तारणहार, करो तुम संघ संचालन महान है श्रमणत्व तुम्हारा , जय-जय महाश्रमण  होगा बेडा पार मुझ, शरणागत को है विश्वास  तुम ही मेरे प्राण हो,  और तुम ही मेरे श्वास नाम तेरा ही रटता, 'संजय'  हर पल - हर क्षण  महान है श्रमणत्व तुम्हारा , जय-जय...

आचार्य श्री महाश्रमण

Acharya Mahashraman Life Story By Mahaveer Jain Name : Acharya Shri Mahashraman Original Name : Mohan Dugar Date of Birth : 13 May 1962 Place of Birth : Sardarsahar (Rajasthan) Initiation- Date : 5th May 1974 Place : Sardarsahar (Rajasthan) Name : Muni Mudit Initiated by : Muni Shri Sumermalji (Ladnun) Guru : Acharya Shri Tulsi, Acharya Shri Designated Acharya Date : 9 May 2010 Place : Sardarshahar Patotsav Date & Place : 23 May 2010, Sardarshahar जीवन परिचय ▄▀▄▀▄▀▄▀▄▀▄▀▄ राजस्थान के इतिहासिक नगर सरदारशहर में पिता झुमरमल एवं माँ नेमादेवी के घर 13 मई 1962 को जन्म लेने वाला बालक मोहन के मन में मात्र 12 वर्ष की उम्र में धार्मिक चेतना का प्रवाह फुट पड़ा एवं 5 मई 1974 को तत्कालीन आचार्य तुलसी के दिशा निर्दशानुसार मुनि श्री सुमेरमलजी "लाडनू " के हाथो बालक मोहन दीक्षित होकर जैन साधू बन गये ! धर्म परम्पराओ के अनुशार उन्हें नया नाम मिला "मुनि मुदित" ▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄▄ आज तेरापंथ धर्म संध को सूर्य से तेज लिए चाँद भरी धार्मिक,आध्यात्मिक ...