जसोल (राज.) दिनांक ०९ अप्रैल,२०११.
मुनि जिनेशकुमारजी की संसारपक्षीय माताजी श्रीमती धन्नीदेवी बुरड़ ने आज ४८ दिन की तपस्या एवं ३० दिन का संथारा इस प्रकार कुल लगातार ७८ दिन की संलेखना के पश्चात आज दोपहर लगभग 1.50 बजे देह त्याग किया. उनकी अंतिम यात्रां वेकुंठी स्वरूप में कल सुबह १० बजे उनके जसोल निवास स्थान से निकाली जायेगी.
मुनि मदन कुमारजी, मुनिसुव्रत जी एवं साध्वी श्री गुलाबाजी के सानिध्य में आपने संथारा प्रत्याखान किया था. लगातार ७८ दिनों से जसोल में माहोल अध्यात्म्मय बना हुआ था. संथारा श्राविका के निवास पर लोगो का ताँता लगा रहता था एवं धम्म जागरण, भजन, जाप आदि क्रम अनवरत रूप से चल रहे थे.
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