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अस्वथता के कारण मुनि श्री प्रशांतकुमारजी का चातुर्मास इचलकरणजी की की जगह बारडोली (सुरत) होगा

अस्वथता  के कारण मुनि श्री प्रशांतकुमारजी का चातुर्मास इचलकरणजी की की जगह  बारडोली (सुरत) होगा 
सुरत २२ मई २०११ [[नंदलाल भाटिया सवाददाता -जैन तेरापंथ न्यूज समाचार ब्योरो)]
अस्वास्थ्यता  के कारण  मुनि श्री प्रशांतकुमारजी के चातुर्मास स्थान में परिवर्तन 
मुनि श्री प्रशांतकुमार जी एवं मुनि कुमुद श्रीजी सुरत प्रवेश के समय का चित्र
 आचार्य महाश्रमण के विद्धवान संत मुनि श्री प्रशांतकुमारजी एवं मुनि कुमुद श्रीजी का नया चातुर्मास की घोषणा गुरुदेव आचार्य महाश्रमणजी ने सुरत से 40 किमी बारडोली में करने का आदेश फरमाया ! इससे पूर्व मर्यादा-महोत्सव पर मुनिश्री प्रशांत कुमारजी ठाणा 2 का चातुर्मास महाराष्ट्र के  इचलकरणजी में फरमाया था !
मुनि कुमुद श्रीजी
मुनिश्री प्रशांतकुमारजी  एव मुनि कुमुदश्रीजी राजस्थान के बालोतरा से उग्र विहार करते हुए अपने गतंव्य स्थान की और बढ़ रहे थे ! सुरत तक पधार गये सुरत दो दिन तेरापंथ भवन सिटिलाईट में बिराजे ! और महाराष्ट्र की और प्रस्थान कर दिया ! सुरत से कुछेक किलोमीटर ही विहार किया था की अचानक अस्वस्थ हो गए .. स्लिप डिस्क की प्रोब्लम एवं दर्द के कारण आगे विहार करना असम्भव सा हो गया . बुखार से भी पीड़ित मुनि प्रशांतकुमारजी को गुरुदेव के निर्देशानुशार अप्रेल के अंत  में पुन: सुरत लाया गया, और उन्हें सिटी लाईट स्थित "अमन-नमन " अस्पताल में भर्ती कराया गया ! डाक्टरों ने स्लिप डिस्क की प्रोब्लम के कारण मुनिवर को  पदयात्रा ना करने का सुझाव दिया ! और अधिक से अधिक आराम फरमाने का निवेदन किया ! स्वास्थ्य की अनुकूलता नही होने के कारण आचार्य प्रवर ने मुनि श्री प्रशांतकुमारजी ठाणा 2 का नवीन चातुर्मास सुरत के नजदीक बारडोली कस्बे में करने का आदेश फरमाया है . ..

जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो के प्रमुख महावीर बी सेमलानी, आज दोपहर तेरापंथ भवन सिटिलाईट surat जाकर मुनि श्री प्रशांतकुमारजी एवं मुनि कुमदश्री के दर्शन किये और मुनिश्री की कुशल क्षेम पूछी. करीब आधा घंटा मुनिश्री की सेवा में रहे !
जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो के प्रमुख महावीर बी सेमलानी, के साथ भिक्षु समाधि स्थल सिरियारी के प्रबन्धक श्री गुप्ताजी अशोक जी छाजेड मुनि प्रशांत कुमारजी के दर्शन करते हुए !
जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो के प्रमुख महावीर बी सेमलानी,  ने मुनिवर से पूछा की- आपके अस्वास्थ्यता के मध्य नजर गुरुदेव ने सुरत के नजदीक "बारडोली" में चातुर्मास फरमाया है  जो यहा से 35-40 किमी है. और डाक्टरों के मुताबिक़ आपके "सिल्प डिस्क" की वजह से लम्बा विहार करना सम्भव नही है !

मुनिवर ने तुरंत कहा- "गुरुदेव ने महत्ती कृपादृष्टी कर बारडोली वालो के निवेदन को स्वीकार कर लिया ऐसी सुचना मुझे बारडोली के श्रावको से मिली है. अत; हम गुरु आदेश का पालन करते हुए कल ही बारडोली की तरफ विहार करने के भाव है ! चुकी विहार 1 से 4  किमी तक प्रतिदिन के हिसाब से बारडोली पहुचते पहुचते 15-20 दिन लगने की सम्भावना है .

श्री सेमलानी ने मुनिवर से निवेदन किया की डाक्टरी की राय के मुताबिक़ साधन का उपयोग करे तो उचित रहेगा ..
इस पर मुनि श्री ने कहा गुरु देव के प्रताप से कोई भी कठिनाई नही आएगी .

श्री महावीर सेमलानी ने मुनिवर से कहा की - मुनिवर  इचलकरणजी वाले बहुत निराश है... आपके चातुर्मास को पाकर  इचलकरणजी वाले बहुत खुश थे...किन्तु जब उन्हें  [जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो] की खबर से पत्ता चला की मुनिवर अस्पताल में भर्ती है और स्लिप डिस्क की प्रोब्लम की वजह से ठाना 2 का इचलकरणजी पहुचना असम्भव है तो उदास हो गये !
तेरापंथ भवन इचलकरणजी जहा होना था मुनिवर का चातुर्मास
इस पर मुनिवर ने फरमाया - "हां - कुछ श्रावक इचलकरणजी से सुनते ही दर्शन के लिए सुरत आये थे .. हमारे भाव तो शीघ्र ही इचलकरणजी पहुचने के थे बिमारी के कारण यदाकदा असम्भव हो गया!

जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो के प्रमुख महावीर बी सेमलानी, के साथ भिक्षु समाधि स्थल सिरियारी के प्रबन्धक श्री गुप्ताजी एवं सुरत के निष्ठावान श्रावक अशोक जी छाजेड एवं समाचार ब्योरो के सवाददाता भी थे .

Chaturams Declared
1.Sadhvi Swarna Rekha-Lava Sardargarh
2.Sadhvi Nagina-Amet
3.Sadhvi Pramod shree-Bhilwara
4.Sadhvi Shantakumara-Relmagra
5.Sadhvi Kanakrekha-Udaipur
6.Sadhvi Jasvati-Daulatgarh
7.Muni Jatankumar-Nathdwara
8.Muni Sureshkumar-Kankroli
9.Muni Darshan Kumar-Kanod
10.Muni Jambu Kumar-Gogunda
11.Muni Jaichandlal-Gajpur

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