इचलकरंजी, प्रस्तुति-संजय मेहता.
स्थानीय सभा द्वारा तेरापंथ भवन में मुमुक्षु वीणा बाफना (कनाना,राज.) का अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया. विदित हो कि आप २१.०६.१२ को पचपदरा में पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण करेंगी. कार्यक्रम की शुरुआत इचलकरंजी महिला मंडल की स्वागत गीतिका के साथ हुई. तेयुप अध्यक्ष महेंद्र छाजेड ने स्वागत भाषण किया. अन्तिमा भंसाली ने वैराग्य गीतिका का गायन किया. इस अवसर पर अपने वक्तव्य में मुमुक्षु बहिन ने अपने पारमार्थिक शिक्षा संस्थान के ७ वर्षों के अनुभवों के बारे में बताया एवं कहा कि - आचार्य श्री महाश्रमणजी ने गुरुदेव तुलसी की जन्मजयन्ती तक १०० दीक्षाओ का लक्ष्य बनाया है और मुझे सात्विक आनंद है कि मैं इसमें सहभाग कर पा रही हू. मुमुक्षु बहिन ने प्रेरणा दी कि इचलकरंजी से भी इस महायज्ञ में आहुति स्वरूप कोई दीक्षार्थी तैयार हो.
सभा के पूर्व उपाध्यक्ष पारसमल वैदमेहता, कोषाध्यक्ष गौतमचंद छाजेड, मूर्तिपूजक समाज के कुशाल बागरेचा, महिला मंडल अध्यक्ष सौ.भाग्य्वंती भंसाली आदि ने वक्तव्य के माध्यम से मुमुक्षु बहिन के सफल साधु जीवन की मंगल कामना प्रेषित की. मंच सञ्चालन सभा सचिव पुष्पराज संकलेचा ने किया.
स्थानीय सभा द्वारा तेरापंथ भवन में मुमुक्षु वीणा बाफना (कनाना,राज.) का अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया. विदित हो कि आप २१.०६.१२ को पचपदरा में पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण करेंगी. कार्यक्रम की शुरुआत इचलकरंजी महिला मंडल की स्वागत गीतिका के साथ हुई. तेयुप अध्यक्ष महेंद्र छाजेड ने स्वागत भाषण किया. अन्तिमा भंसाली ने वैराग्य गीतिका का गायन किया. इस अवसर पर अपने वक्तव्य में मुमुक्षु बहिन ने अपने पारमार्थिक शिक्षा संस्थान के ७ वर्षों के अनुभवों के बारे में बताया एवं कहा कि - आचार्य श्री महाश्रमणजी ने गुरुदेव तुलसी की जन्मजयन्ती तक १०० दीक्षाओ का लक्ष्य बनाया है और मुझे सात्विक आनंद है कि मैं इसमें सहभाग कर पा रही हू. मुमुक्षु बहिन ने प्रेरणा दी कि इचलकरंजी से भी इस महायज्ञ में आहुति स्वरूप कोई दीक्षार्थी तैयार हो.
सभा के पूर्व उपाध्यक्ष पारसमल वैदमेहता, कोषाध्यक्ष गौतमचंद छाजेड, मूर्तिपूजक समाज के कुशाल बागरेचा, महिला मंडल अध्यक्ष सौ.भाग्य्वंती भंसाली आदि ने वक्तव्य के माध्यम से मुमुक्षु बहिन के सफल साधु जीवन की मंगल कामना प्रेषित की. मंच सञ्चालन सभा सचिव पुष्पराज संकलेचा ने किया.